हमारे देश की दुर्दशा के लिए आज की पीढी की आत्म केन्द्रित सोच और उनका भौतिकवादी रवैया जिम्मेदार है, पर क्या किसी ने यह सोचने की जहमत उठाई है कि इस रवैये के लिए क्या कारण उत्तरदायी हैं? इसके लिए उत्तरदायी हैं हमारे तथाकथित आदर्श। कांग्रेस मे उच्च पद पर एक कमजोर चरित्र के व्यक्ति को बिठा कर देश के लिए जो मानदण्ड स्थापित किए उसका प्रतिफल ऐसा ही सामने आना था।
नीचे दिए चित्रों को देखें और तुलना करें चन्द्रशेखर आजाद जी से जिन्होने एक महिला से दुर्वय्वहार के आरोप मे अपने सेना के एक सदस्य को मौत की सज़ा सुनाई थी।
still the same.
ReplyDeleteकाश ये बात हिंदुस्तान का हर आदमी समझता काश ये राजनेता समझते तो देश का ये हाल न होता!!
ReplyDeleteबहुत अच्छा प्रयास है आपके! बधाई हो आपको!!!
शर्मा जी ,
ReplyDeleteइन्ही तथाकथित आदर्शों ने ही हमारे देश की प्राचीन गौरवमयी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट-भ्रष्ट करके रख दिया जो आज भी जारी है |
हाय!
ReplyDeleteक्या हो रहा है मैं अपना पुराना बलोग बदल गया है?
आप नीचे मेरी नई टिप्पणी है
और Plz मुझे एक नई टिप्पणी दे आपकी याद आती है.
मेरा नया बलोग है ... ..
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"आगे "
दम हैं नई टिप्पणी दे
मिस करने के लिए...............आपका सोनू